नई दिल्ली, 29 मार्च (आईएएनएस)। फ्रांस, बेल्जियम, तुर्की सहित दुनियाभर के देशों में आतंकवादी गतिविधियों ने मानवता को शर्मसार कर दिया है। इन आतंकवादी गतिविधियों से किसी भी देश के पर्यटन पर बुरा असर पड़ता है, लेकिन तुर्की ने आतंकवाद से हार न मानते हुए पर्यटन उद्योग को पटरी से उतरने नहीं दिया।
नई दिल्ली, 29 मार्च (आईएएनएस)। फ्रांस, बेल्जियम, तुर्की सहित दुनियाभर के देशों में आतंकवादी गतिविधियों ने मानवता को शर्मसार कर दिया है। इन आतंकवादी गतिविधियों से किसी भी देश के पर्यटन पर बुरा असर पड़ता है, लेकिन तुर्की ने आतंकवाद से हार न मानते हुए पर्यटन उद्योग को पटरी से उतरने नहीं दिया।
यह सच है कि आतंकवाद के खतरे के बीच तुर्की पर्यटन को खासी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन इस दिशा में प्रशासन ने पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए तमाम तरह के सुधारात्मक एवं प्रोत्साहक कदम उठाए हैं, इस दिशा में त्वरित कदम उठाए हैं।
इससे इन्कार नहीं किया जा सकता कि तुर्की में पर्यटकों की संख्या में कमी आई है, लेकिन पर्यटकों के बीच यह देश यह अभी भी लोकप्रिय बना हुआ है। इसकी कुछ ठोस वजहें हैं।
तुर्की के प्रधानमंत्री अहमत दावुतोग्लु ने पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए वित्तीय पैकेज का ऐलान किया है। भारत, नेपाल और मालदीव के नागरिकों को तुर्की आने के लिए प्रोत्साहित करते हुए इन देशों में वीजा आवेदन केंद्र खोले हैं।
पर्यटन क्षेत्र के विशेष अतुल शास्त्री ने आईएएनएस को बताया, “जर्मनी के पर्यटकों में तुर्की काफी लोकप्रिय है। भारतीय भी अपनी छुट्टियां बिताने के लिए बड़ी संख्या में तुर्की का रुख कर रहे हैं। आतंकवादी गतिविधियों से यह सिलसिला थोड़ी देर के लिए बाधित जरूर होगा लेकिन थमेगा नहीं।”
गौरतलब है कि तुर्की के प्रमुख पर्यटक स्थल पर इस साल जनवरी में आतंकवादी हमला हुआ था, जिसमें 10 लोगों की मौत हो गई थी लेकिन तुर्की ने इस्तांबुल से मुंबई तक सीधी उड़ान सेवा शुरू की है। इसके साथ ही कई नई उड़ान सेवाओं के जरिए तुर्की के बड़े शहरों को भारतीय शहरों से जोड़े जाने की योजना है।
भारत में तुर्की के राजदूत डॉ. बुरक अककैपर ने आईएएनएस को बताया, “तुर्की विमानों का सबसे बड़ा नेटवर्क है। दुनियाभर के लगभग सभी शहरों में इसके कार्यालय हैं। भारत और तुर्की दो महत्वाकांक्षी देश हैं जो परस्पर कनेक्टिविटी के जरिए ही आतंकवाद का मिलकर मुकाबला कर सकते हैं।”
वह आगे कहते हैं कि छुट्टियां बिताने, शादी करने और हनीमून के लिहाज से तुर्की सबसे सटीक स्थान है। यहां के दर्शनीय स्थल दुनियाभर में मशहूर है और यहां के फैशन शो की दुनिया में अलग ही छाप है।
तुर्की में आतंकवाद की समस्या पर राजदूत डॉ. बुरक कहते हैं, “आतंकवाद की समस्या सिर्फ तुर्की में ही नहीं है। यह पूरे विश्व की समस्या है। कनेक्टिविटी के जरिए आतंकवाद से निपटने में आसानी होगी। इस लिहाज से हम तुर्की को दुनियाभर के कई छोटे बड़े देशों के शहरों के साथ सीधी उड़ान सेवा शुरू करने की योजना पर काम कर रहे हैं।
डॉ. बुरक कहते हैं, “हमने तुर्की में अपने दल से भारत आकर यहां मुआयना करने को कहा है, ताकि सोच समझकर भविष्य की रणनीति बनाई जा सके।”
वहीं, अतुल शास्त्री ने बताया, “यूरोप के पर्यटक गर्मी के मौसम में तुर्की जाना पसंद करते हैं। इसलिए आतंकवादी इसके आसपास ही आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देते हैं।
हालांकि, आतंकवाद की वजह से तुर्की के पर्यटन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने की भी खबरें हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि तुर्की में पिछले तीन महीने में चार आतंकवादी हमले हुए हैं, जिनका सीधा असर पर्यटन क्षेत्र पर पड़ेगा। दुनियाभर के पर्यटक तुर्की की तुलना में स्वीडन और आस्ट्रिया जैसे देशों का रुख कर रहे हैं।
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने इस साल तुर्की की आर्थिक विकास दर संशोधित की है। तुर्की पर्यटन से सालाना 35 अरब डॉलर की कमाई होती है, जिसे प्रशासन दोगुना करने पर काम कर रही है।