आगरा, 27 जनवरी (आईएएनएस)। ताज नगरी आगरा में दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (दक्षेस) का साहित्य महोत्सव 13 फरवरी से शुरू हो रहा है।
दक्षेस के सदस्य राष्ट्रों के साहित्य दिग्गज यहां ताजा साहित्यक रुझानों पर चर्चा, बहस करेंगे और अपनी-अपनी साहित्यिक रचनाएं विश्लेषणात्मक टिप्पणियों के लिए पेश करेंगे।
साहित्य महोत्सव की शुरुआत 13 फरवरी की शाम सूफी और दरवेश प्रस्तुतियों से होगी। स्थानीय ब्रज संस्कृति और साहित्य का भी प्रदर्शन किया जाएगा।
दक्षेस लेखक एवं साहित्य संघ (एफओएसडब्ल्यूएएल) की अध्यक्ष अजीत कौर ने आईएएनएस को बताया, “इस तरह के कार्यक्रम संपर्क की कमी मिटाने में मददगार होते हैं और मानवता को बेहतर रूप में समझने के लिए अगुवाई करते हैं।”
उन्होंने कहा, “दक्षेस संभवत: दुनिया का इकलौता क्षेत्र है, जहां हम प्रेम, विवाह, गर्भधारण और बच्चों के जन्म और यहां तक कि मृत्यु को पारंपरिक रूप से मनाया जाता है। हमारे लोक गीतों और कथाओं में ईश्वर मानव से मिलने धरती पर आते हैं। पशु-पक्षी प्राचीन ज्ञान का बखान करते हैं। हमारे यहां मौसम बदलने के गीत होते हैं, फसलों के गीत होते हैं, मानसून के गीत होते हैं।”
अजीत ने कहा, “हम अपने भावनात्मक और सांस्कृतिक जुड़ाव को मजबूत करने के लिए 48 सम्मेलन, महोत्सव और शैक्षिक संगोष्ठियां आयोजित कर चुके हैं, जिनमें हमारा साहित्य, हमारा संगीत, हमारी आस्था, मान्यता, कविता का समावेश होता है। हमारी लोककथाओं और कल्पना का सूफी और बौद्ध सम्मेलन, संगीत और लोक प्रस्तुतियों का उत्सव सीमाओं से परे है।”