हैदराबाद, 4 अगस्त (आईएएनएस)। तेलंगाना के सिकंदराबाद में पुलिस थाने से एक व्यक्ति को रिहा किए जाने के कुछ देर बार हुई उसकी मौत से आक्रोशित लोगों की भीड़ ने थाने पर धावा बोल दिया। इस घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
पुलिस आयुक्त एम. महेंद्र रेड्डी ने कहा कि सेंट्रल क्राइम स्टेशन (सीसीएस) की एक टीम व्यक्ति की मौत एवं थाने पर हमले की घटना की जांच करेगी।
उन्होंने मारेदपल्ली पुलिस थाने का दौरा करने के बाद संवाददाताओं से कहा, “मामले में जो कोई भी दोषी पाया जाएगा, हम उसके खिलाफ उचित कार्रवाई करेंगे।”
उल्लेखनीय है कि सोमवार देर शाम लगभग 200 लोगों की भीड़ ने थाने पर धावा बोला था, जिसमें होमगार्ड का एक जवान और दो पुलिस उपनिरीक्षक घायल हो गए थे।
पुलिस ने हमले में शामिल कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया है।
उल्लेखनीय है कि पुलिस ने बंडप्पा (53) नामक व्यक्ति को रविवार को हिरासत में लिया था, जिसकी सोमवार को थाने से रिहा किए जाने के कुछ देर बाद मौत हो गई थी। इस बात से आक्रोशित उसके परिवार वालों और रिश्तेदारों ने थाने पर धावा बोल दिया और वहां रखे फर्नीचर और तीन दोपहिया वाहनों को आग के हवाले कर दिया।
थाने में रखा एक निजी कंप्यूटर, दस्तावेज और फर्नीचर आग में जल कर राख हो गए। भीड़ ने पुलिस के गश्ती वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया।
मृतक के रिश्तेदारों का आरोप है कि उसकी मौत पुलिस की पिटाई से हुई है, जबकि पुलिस को संदेह है कि उसकी मौत अत्यधिक शराब या जहरीली शराब पीने से हुई है।
पुलिस उपायुक्त एन. प्रकाश रेड्डी ने बताया कि बंडप्पा को जब रविवार को बोनालु जुलूस के दौरान हिरासत में लिया गया था, तब उसने बहुत ज्यादा शराब पी रखी थी। उन्होंने कहा कि मौत का कारण जांच के बाद पता चल पाएगा।
जुलूस के दौरान होमगार्ड के एक जवान से बंडप्पा की बहस हो गई थी, वह जुलूस में उपद्रव कर रहा था, जिसके कारण उसे हिरासत में लिया गया था। सोमवार को उसे थाने से रिहा किया गया था, जिसके बाद बेचैनी महसूस होने के कारण परिजन उसे चिकित्सक के पास ले गए थे। गांधी अस्पताल जाने के दौरान रास्ते में ही उसकी मौत हो गई थी।