तेहरान, 2 मार्च (आईएएनएस)। ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जारिफ ने आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) द्वारा यूरोप और मध्यपूर्व में किए गए अपराधों के लिए पश्चिमी देशों को जिम्मेदार ठहराया है।
तेहरान, 2 मार्च (आईएएनएस)। ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जारिफ ने आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) द्वारा यूरोप और मध्यपूर्व में किए गए अपराधों के लिए पश्चिमी देशों को जिम्मेदार ठहराया है।
प्रेस टीवी की रपट के अनुसार, जारिफ ने सोमवार को जेनेवा में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के एक सत्र को संबोधित करते हुए कहा, “बड़ी संख्या में व्यक्ति एवं संगठन जो चरमवादी विचारधाराओं का साथ दे रहे हैं और यूरोप में तथा इससे अधिक इराक और सीरिया में क्रूर आतंकवादी एवं जघन्य हिंसा में लिप्त हैं, वे पश्चिमी लोकतंत्रों की दूसरी पीढ़ी के नागरिक हैं।”
जारिफ ने कहा, “यह डरावना है कि आईएस आतंकवादी बेगुनाह नागरिकों के सिर कलम कर रहे हैं, यूरोपीय भाषाएं बोल रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “आतंकवादियों की भर्ती की उच्च दर एक व्यवस्थागत विफलता को रेखांकित करता है। इस व्यवस्था ने व्यक्तियों को हाशिए पर धकेल दिया है, उन्हें अलग-थलग कर दिया है तथा मताधिकार से वंचित कर रखा है और इसी व्यवस्था के कारण ये संगठन पैदा हुए।”
जारिफ ने दुनिया में शांति स्थापना के लिए प्रयास करने हेतु संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद की प्रशंसा की, लेकिन दोहरी नीतियों के साथ सभी वैश्विक मुद्दों का राजनीतिकरण करने के लिए इस अंतर्राष्ट्रीय संस्था और कुछ अन्य क्षेत्रीय एवं पश्चिमी देशों की आलोचना भी की।
उन्होंने कहा कि इस तरह की दोहरे दृष्टिकोणों के कारण दुनिया में आतंकवादी गतिविधियां बढ़ी हैं।
जारिफ ने कहा यह भी कहा कि इस्लामोफोबिया मुस्लिम शुचिता का अपमान है।
उन्होंने कहा, “इसलिए हमें इस्लामोफोबिया के साथ ही अन्य तरह के चरमवाद को रोकने, नियंत्रित करने और उसे परास्त करने के लिए हाथ मिलाना चाहिए।”
जारिफ सोमवार को जेनेवा पहुंचे और वह अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी से मुलाकात करने मॉन्ट्रियाक्स जाने वाले हैं।
दोनों शीर्ष नेता ईरान के परमाणु कार्यक्रम से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करने वाले हैं।
ईरानी परमाणु ऊर्जा संगठन के प्रमुख अली अकबर सालेही भी जारिफ के साथ हैं।