मुंबई, 22 जुलाई (आईएएनएस)। इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के अपील पैनल ने शुक्रवार को एफसी गोवा के सह-संस्थापक और सह-मालिक श्रीनिवास वी.ए. डेम्पो और दत्ताराज सालगाओकार के ऊपर से प्रतिबंध हटा दिया है। पैनल ने साथ ही क्लब के ऊपर से 15 अंक वाला प्रतिबंध भी हटा दिया है जिसके बाद क्लब लीग के 2016 सत्र में दूसरी टीमों की तरह ही अपनी शुरुआत कर सकेगा।
लीग के 2015 संस्करण के फाइनल में एफसी गोवा और चेन्नइयन एफसी के खिलाड़ी और अधिकारी आपस में भिड़ गए थे। इस मैच में चेन्नइयन ने 3-2 से जीत हासिल की थी।
एफसी गोवा ने आरोप लगाया था कि चेन्नइयन एफसी के कप्तान इलानो ब्लूमर ने सालगाओकर से बुरा व्यवहार किया और पुरस्कार वितरण समारोह का बहिष्कार किया।
लेकिन आईएसएल के नियामक कमिशन ने बाद में यह पाया की समारोह के बहिष्कार का फैसला पहले लिया जा चुका था जिसके बाद कमिशन ने गोवा फ्रेंचाइजी पर 11 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया था और 15 अंक घटाने का फैसला भी दिया था और सालगाओकर और डेम्पो को क्रमश: तीन और दो साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया था।
आईएसएल के आयोजनकर्ताओं ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, “आईएसएल के अपील पैनल ने एफसी गोवा के अपने 15 अंक घटाने के फैसले को वापस ले लिया है ताकि वह 2016 सत्र में दूसरी टीमों की तरह ही अपने अभियान की शुरुआत कर सके।”
बयान में कहा गया है, “पैनल ने एफसी गोवा के दो मालिकों पर लगाए गए प्रतिबंध को हटाने का भी फैसला किया है। यह फैसला क्लब के मालिकों और इलानो ब्लूमर द्वारा आईएसएल अपील पैनल को भेजे गए क्षमायाचना पत्र के बाद लिया गया है जिसमें उन्होंने कहा है कि यह प्रकरण आवेश के कारण हुआ था। यह देखते हुए कि यह पहली बार हुआ और क्षमा याचना पत्र को आधार मानते हुए पैनल ने प्रतिबंध को हटा लिया है।”
बयान में कहा गया है, “अपील पैनल ने एफसी गोवा के ऊपर लगाए गए 11 करोड़ रुपये के जुर्माने को भी घटा कर छह करोड़ रुपये कर दिया है। अपील पैनल ने एफसी गोवा द्वारा चेन्नइयन एफसी को दिए जाने वाले एक करोड़ रुपये के जुर्माने को भी माफ कर दिया है। “
हालांकि एफसी गोवा के लिए सबसे बुरी खबर यह रही कि शुक्रवार को डेम्पो और सालगाओकर ने आईएसएल फ्रेंचाइजी को छोड़ने का फैसला किया है। एक साझा बयान में दोनों ने कहा कि आईएसएल के दूसरे संस्करण के फाइनल में जो हुआ उसने इन दोनों को यह फैसला लेने पर मजबूर किया है।
बयान में कहा गया है, “फाइनल में हुए प्रकरण ने हमें, हमारे परिवार, एफसी गोवा टीम और गोवा के लोगों पर काफी गहरा प्रभाव छोड़ा है। हमें चेन्नइनयन एफसी के इलानो ब्लूमर का पत्र मिला जिसमें उन्होंने 20 दिसंबर को मैच के बाद हुए प्रकरण पर खेद जताया है। हमारे असंख्य प्रशंसकों और टीम को ध्यान में रखते हुए हमने एफसी गोवा को छोड़ने का फैसला लिया है।”