हैदराबाद, 9 सितंबर (आईएएनएस)। आंध्र प्रदेश विधानसभा में शुक्रवार को जोरदार हंगामा हुआ। विपक्षी विधायकों ने अध्यक्ष के आसन के पास मार्शलों से धक्का-मुक्की की और माइक उखाड़ दिया।
हाथापाई के बीच आसन के पास लगे टीवी कैमरों में से एक क्षतिग्रस्त हो गया।
राज्य को विशेष दर्जा दिए जाने के मुद्दे को लेकर वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरकांपा) विधायकों ने लगातार दूसरे दिन भी सदन को हिलाकर रख दिया। वे इस मुद्दे पर तत्काल चर्चा की मांग कराने को लेकर अध्यक्ष के आसन के पास पहुंच गए।
काली शर्ट पहने, हाथों में तख्तियां लेकर केंद्र द्वारा राज्य को विशेष दर्जा देने से इनकार करने के खिलाफ नारे लगाते हुए उन्होंने अध्यक्ष की कुर्सी का चक्कर लगाया।
उन्होंने अध्यक्ष कोदेला शिवप्रसाद राव को कार्यवाही के संचालन से रोकने की कोशिश की।
शोरशराबे के बीच, विधायी मामलों के मंत्री वाई. रामकृष्णाडु ने कहा कि सरकार इस मुद्दे पर एक बयान देगी और इसके बाद बहस कराई जा सकती है। इस पर अकेली विपक्षी पार्टी नहीं मानी और सीधे पर बहस कराने पर जोर दिया।
विधायकों के अध्यक्ष के आसन के पास पहुंचने से सदन में ज्यादा तनाव बढ़ गया। अध्यक्ष को मार्शलों को बुलाना पड़ा।
विधानसभा के सुरक्षा कर्मियों ने प्रदर्शन कर रहे विधायकों को धक्का-मुक्की के बीच किसी तरह से धकेलकर दूर किया। अध्यक्ष ने कई बार विपक्षी सदस्यों से कहा कि वे मार्शलों पर हमला करके बड़ी गलती कर रहे हैं।
हंगामे के बीच अध्यक्ष ने सदन को दस मिनट के लिए स्थगित कर दिया। सदन के फिर से शुरू होने के बाद विपक्ष ने अपना विरोध तेज कर दिया।
अध्यक्ष के आसन के पास की बेंच पर दो विधायक खड़े हो गए। विधायकों का दूसरा समूह मार्शलों के साथ धक्का-मुक्की करने लगा। विधायकों में से एक ने अध्यक्ष के सामने लगा माइक उखाड़ लिया और दूर फेंक दिया।
अध्यक्ष ने स्थिति को अपनी नियंत्रण से बाहर देखते हुए सदन को फिर से 15 मिनट के लिए स्थगित कर दिया।
वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के सदस्यों ने आरोप लगाया कि मार्शलों ने उन पर हमला किया, जबकि तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) और उसके सहयोगी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने विपक्ष पर मार्शलों पर हमला करने का आरोप लगाया।
वाईएसआर कांग्रेस पार्टी सदस्य चेवीरेड्डी भास्कर रेड्डी ने कहा कि विपक्ष को सदन में विरोध करने का पूरा अधिकार है।
रेड्डी ने कहा कि केंद्र सरकार के राज्य को विशेष दर्जा दिए जाने से इनकार के बाद चुप रहने का कोई सवाल नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि तेदेपा और भाजपा ने राज्य के लोगों को धोखा दिया है।