हैदराबाद, 20 जून (आईएएनएस)। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने शनिवार को आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की सरकारों को विवादों पर नहीं, बल्कि विकास पर ध्यान देने की सलाह दी।
नायडू ने आंध्र प्रदेश के नेल्लोर में संवाददाताओं को बताया कि दो तेलुगू राज्यों को विवादों से दूर रहते हुए विकास के मामले में एक-दूसरे से प्रतिस्पर्धा करनी चाहिए।
उन्होंने दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों के व्यवहार में कमी देखते हुए कहा कि यह बेहतर होगा कि वे लोगों की समस्याओं पर ध्यान दें, विवादों को कानून के लिए छोड़ दें।
उन्होंने कहा कि दो तेलुगू राज्यों के एक संयुक्त राज्यपाल का उपहास उड़ाना उचित नहीं है।
वह आंध्र प्रदेश के कुछ मंत्रियों की टिप्पणियों की ओर संकेत कर रहे थे।
आंध्र प्रदेश के कुछ मंत्रियों ने तेलंगाना सरकार की इच्छाओं के अनुसार काम करने का आरोप लगाते हुए राज्यपाल ई.एस.एल. नरसिम्हन की कड़ी आलोचना की थी।
दोनों पड़ोसी राज्य नोट के बदले वोट घोटाले पर लेकर एक-दूसरे से उलझे हुए हैं। इस घोटाले में तेलंगाना के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने तेलुगू देशम पार्टी (तदेपा) के विधायक ए.रेवंत रेड्डी को नामित विधायक एल्विस स्टीफन्सन को रिश्वत देने का प्रयास करते हुए रंगे हाथों पकड़ा था। तेलंगाना विधान परिषद चुनाव में तेदेपा-भाजपा उम्मीदवार को मतदान करने के लिए रेड्डी ने एल्विस को रिश्वत देने का प्रयास किया था।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और तेदेपा के अध्यक्ष एन.चंद्रबाबू नायडू की स्टीफन्सन के साथ कथित टेलीफोन वार्ता का एक वीडियो टेप सात जून को सामने आया, जिससे दोनों राज्यों के बीच तनाव बढ़ गया।
आंध्र प्रदेश सरकार ने नायडू, उनके मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों के फोन टैप करने के लिए तेलंगाना पर आरोप लगाए हैं।