गुवाहाटी, 30 मार्च (आईएएनएस)। असम के पांच लोकसभा क्षेत्रों के लिए पहले चरण के मतदान के लिए तीन मौजूदा सांसद और पूर्व छात्र नेता चुनाव मैदान में हैं। यहां तक कि राजनीतिक दल भी अपने उम्मीदवारों के लिए वोट हासिल करने के लिए पुरजोर कोशिश कर रहे हैं।
11 अप्रैल को तेजपुर, कलियाबोर, जोरहाट, डिब्रूगढ़ और लखीमपुर निर्वाचन क्षेत्रों के लिए मतदान होगा और उम्मीदवारों की सूची के अनुसार, माना जा रहा है कि इन पांच सीटों पर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की अगुवाई वाले गठबंधन और विपक्षी कांग्रेस पार्टी के बीच सीधी लड़ाई होगी।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दो मौजूदा लोकसभा सांसदों रामेश्वर तेली (डिब्रूगढ़) और प्रदान बरुआ (लखीमपुर) को टिकट दिया है।
भाजपा ने तेजपुर और जोरहाट के मौजूदा सांसदों की जगह इस बार नए चेहरों को उतारा है।
राज्य के श्रम मंत्री व असम टी ट्राइब स्टूडेंट्स एसोसिएशन (एटीटीएसए) के पूर्व नेता पल्लब लोचन दास भाजपा के वरिष्ठ नेता व मौजूदा सांसद राम प्रसाद शर्मा के स्थान पर तेजपुर से चुनाव लड़ेंगे। ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (एएएसयू) के पूर्व नेता तपन कुमार गोगोई को वर्तमान सांसद कामाख्या प्रसाद तासा के स्थान पर जोरहाट से मैदान में उतारा जा रहा है। 2016 में सक्रिय राजनीति में शामिल हुए तपन राज्य के ऊर्जा मंत्री हैं।
भाजपा की सहयोगी पार्टी असम गण परिषद (एजीपी) ने एएएसयू के पूर्व अध्यक्ष मणि माधव महंत को कलियाबोर सीट से उम्मीदवार बनाया है। भाजपा कलियाबोर में महंत के लिए प्रचार करेगी।
इस बीच, कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के बेटे गौरव गोगोई को कलियाबोर से मैदान में उतारा है। जोरहाट में विधायक सुशांत बोरगोहेन चुनाव मैदान में हैं, जबकि पूर्व सांसद पबन सिंह घाटोवार डिब्रूगढ़ सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
लखीमपुर में अनिल बोरगोहेन को उम्मीदवार बनाया गया है, जबकि पूर्व नौकरशाह एमजीवीके भानु तेजपुर सीट से चुनाव मैदान में हैं।
असम में 2,17,60,604 मतदाता हैं। पांच निर्वाचन क्षेत्रों के लिए कुल 75,16,284 मतदाता वोट डालेंगे।