ढाका, 1 मार्च (आईएएनएस)। बांग्लादेश मूल के अमेरिकी लेखक और ब्लॉगर अविजित रॉय को रविवार को लोगों ने अंतिम श्रद्धांजलि दी। रॉय के हत्यारों को गिरफ्तार करने और त्वरित सुनवाई की मांग को लेकर लोगों ने प्रदर्शन भी किया। रॉय की ढाका में सप्ताह के प्रारंभ में हत्या कर दी गई थी।
गुरुवार की रात रॉय और उनकी पत्नी राफिदा अहमद बन्ना को दो अज्ञात हत्यारों ने शिक्षक-छात्र सेंटर (टीएससी) चौराहे पर साइकिल रिक्शा से खींच कर उतार लिया और धारदार हथियारों से उनपर हमला किया। सिर में बुरी तरह चोट लगने से रॉय की मौत हो गई जबकि उनकी पत्नी राफिदा अहमद बन्ना गंभीर रूप से घायल हो गई।
बीडीन्यूज24 डॉट कॉम के मुताबिक, रॉय का शव रविवार दोपहर उसी घटनास्थल के पास फुटपाथ तक लाया गया जहां उनपर बुरी तरह हमला किया गया था। लोगों ने लेखक को श्रद्धांजलि दी और वहीं प्रदर्शन भी किया। उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए अपराजेयो बांग्ला ढाका विश्वविद्यालय के सामने एक मंच बनाया गया था। लोगों ने नारे लगाए और हत्यारों को गिरफ्तार करने और त्वरित सुनवाई करने की मांग की।
आधे घंटे तक चले प्रदर्शन के बाद उनके शव को सद्धेश्वरबारी स्थित उनके पिता अजय रॉय के घर तक पहुंचाया गया।
अंतत: उनके शव को डीएमसीएच शवगृह तक पहुंचा दिया गया। रॉय ने यही इच्छा जाहिर की थी और उनके परिवार ने उनके शव को चिकित्सकीय अनुसंधान के लिए मेडिकल कॉलेज को सौंपने का फैसला लिया।
लेखक के प्रति सम्मान जताने के लिए श्रद्धांजलि का आयोजन सम्मिलितो संग्स्कृतिक जोते ने किया था। रॉय सांप्रदायिकता के खिलाफ लिखने के लिए जाने जाते थे।
26 फरवरी को रॉय और उनकी पत्नी को फुटपाथ पर घसीटकर लाया गया था और उनकी पिटाई की गई थी। घटनास्थल सुहारावर्दी उद्यान से सटा है और अत्यंत सुरक्षित अमर एकुशय पुस्तक मेले और शाहबाग थाने से कुछ ही दूरी पर स्थित है।
रॉय ने डीएमसीएच में आखिरी सांसें ली और गंभीर रूप से घायल उनकी पत्नी का इलाज स्क्वायर अस्पताल में चल रहा है।