वाशिंगटन, 22 सितम्बर (आईएएनएस)। अमेरिका में नौ लोगों की जान लेने वाले साल्मोनेला (टायफाइड बुखार और फूड पॉइजनिंग से संबद्ध) प्रकोप के मामले में एक अमेरिकी कंपनी के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) को 28 साल कैद की सजा सुनाई गई है। यह कंपनी मूंगफली के खाद्य पदार्थ बनाती थी।
सीएनएन की रपट के मुताबिक, एक संघीय न्यायाधीश ने सोमवार को 61 साल के स्टीवर्ट पारनेल को सजा सुनाई। अमेरिका में फूड पॉइजनिंग के किसी मामले में यह अभी तक दी गई सबसे कड़ी सजा है।
मामला 2008 का है। अब बंद हो चुकी कंपनी पीनट कॉरपोरेशन ऑफ अमेरिका के बनाए मूंगफली मक्खन पेस्ट के सेवन के बाद अमेरिका के 46 राज्यों में लोग साल्मोनेला की चपेट में आ गए थे। नौ लोगों की मौत हो गई थी। 714 लोग बीमार पड़ गए थे। यह हाल के दिनों में साल्मोनेला के फैलने का सबसे बड़ा मामला था। कंपनी ने बहुत बड़े पैमाने पर अपनी खाद्य सामग्रियों को बाजार से वापस ले लिया था।
स्टीवर्ट के भाई और कंपनी के कामकाज में शामिल माइकल पारनेल को 20 साल कैद और कंपनी के संयंत्र के गुणवत्ता की निगरानी करने वाली प्रबंधक मैरी विल्करसन को पांच साल कैद की सजा सुनाई गई है।
एक साल पहले दक्षिण जार्जिया में एक न्यायिक मंडल ने स्टीवर्ट पारनेल को धोखाधड़ी, साजिश और मिलावटी खाद्य पदार्थ बेचने जैसे 72 मामलों में दोषी पाया था।
स्टीवर्ट पर जितने आरोप साबित हुए थे, उसके हिसाब से उन्हें 803 साल कैद की सजा हो सकती थी। लेकिन, खाद्य सुरक्षा से जुड़े लोगों का कहना है कि 28 साल कैद की सजा भी पर्याप्त है।
खाद्य सुरक्षा वकील और इस मामले में पीड़ितों की पैरवी करने वाले बिल मार्लर ने कहा, “ईमानदारी से कहूं तो यही कहूंगा कि उसे मिली सजा ही उपभोक्ताओं की जीत है। भले ही अधिकतम सजा न मिली हो लेकिन देश में फूड पॉइजनिंग के मामले में मिली यह सबसे लंबी सजा है। यह फैसला अमेरिका में (कंपनियों के) बोर्डरूम में सख्त और ठंडी हवा भेजने वाला साबित होगा।”