बीजिंग, 3 मई – आजकल अमेरिका में कुछ राजनीतिज्ञ महामारी फैलने का दोष चीन पर लादने की कोशिश में जुटे हैं। पर तथ्य यही है कि अमेरिकी राजनीतिज्ञों की कमजोरी और बेकारी से महामारी बहुत जल्दी अमेरिका में फैल गयी और इस से आगे वैश्विक महामारी का प्रसार हुआ। द वॉल स्ट्रीट जर्नल में प्रकाशित एक लेख के अनुसार वर्ष 2009 में अमेरिका में एच1एन1 फ्लू फैला। पर अमेरिका के अस्पतालों और सरकार ने इस के मुकाबले में पूरी तैयारी नहीं कीं। और सरकार ने रणनीतिक सामग्री का पर्याप्त भंडार भी नहीं रखा। मौजूदा महामारी की रोकथाम में अमेरिका की कमजोरियां नजर आयी हैं। और दुर्भाग्यवश अमेरिकी नेताओं ने चीन और विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा भेजी गयी चेतावनी को अनदेखा किया और नये कोरोना वायरस महामारी को बड़ा फ्लू बताया। और अमेरिका के अंदरूनी सियासत मुठभेड़ों से 70 दिनों का महत्वपूर्ण वक्त बर्बाद किया गया।
अमेरिका में महामारी के गंभीर रूप से फैलने के बाद अमेरिकी राजनीतिज्ञों ने लोगों की जान बचाने के लिए काम करने के बजाय दूसरों पर दोष मढ़ने का प्रयास किया। इस की न्यूयार्क टाइम्स ने भी कड़े शब्दों से आलोचना की। उधर अमेरिका में महामारी को रोकने में दिखायी गयी कमजोरी से अमेरिका नए कोरोना निमोनिया महामारी का महत्वपूर्ण निर्यातक बन गया। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने भी कहा कि उन के देश में महामारी से लगे मामलों में 80 प्रतिशत विदेशों से आये हैं और उनमें अधिकांश अमेरिका से आये हैं।