अमरीका ने भारतीय मन्दिरों से चुराकर अमरीका ले जाई गई तीन प्राचीन देव प्रतिमाएँ भारत को वापिस लौटा दी हैं। मंगलवार को न्यूयार्क स्थित भारत के महाकौन्सुलर कार्यालय में इस अवसर पर एक समारोह आयोजित किया गया।
अमरीका द्वारा वापिस लौटाई गई प्रतिमाओं में बलुआ पत्थर की बनी 160 किलो की विष्णु और लक्ष्मी की प्रतिमा सबसे क़ीमती है। तस्कर इसे चोरी-छिपे अमरीका ले गए थे और वे वहाँ इसे बेचने की फ़िराक में थे।
विशेषज्ञों ने बताया कि यह मूर्ति कम से कम एक हज़ार साल पुरानी हैं और प्राचीन वस्तुओं के बाज़ार में इसकी कीमत क़रीब पन्द्रह लाख डॉलर है। भारतीय रूपए में यह क़ीमत क़रीब नौ-साढ़े नौ करोड़ रुपए बनती है। इण्टरपोल द्वारा खोजी जा रही कला-वस्तुओं में यह मूर्त्ति छठे स्थान पर आती है।
इन मूर्त्तियों की वापसी को अमरीकी मीडिया वाशिंगटन सरकार की इस इच्छा का प्रतीक समझता है कि देवयानी खोबरागड़े काण्ड के बाद वाशिंगटन भारत के साथ फिर सम्बन्ध बेहतर बनाना चाहता है।