नई दिल्ली। तमाम एग्जिट पोल में दावा किया गया है कि इस बार केन्द्र में एनडीए की सरकार बनेगी लेकिन इसका फैसला तो 16 मई को होने वाली मतगणना के बाद ही होगा। मतगणना का काम सुबह 8 बजे से शुरू हो जाएगा जब पोस्टल बैलेट की काउंटिंग शुरू होगी।
चुनाव आयोग के दिशानिर्देशों के मुताबिक पोस्टल बैलट की काउंटिंग के आधे घंटे बाद ईवीएम से पड़े वोटों की गिनती की प्रक्रिया शुरू होगी। 11 बजे से रूझान आने शुरू हो जाएंगे। चुनाव आयोग के मुताबिक मतगणना 989 मतगणना केन्द्रों पर होगी। मतगणना शाम 5 बजे तक पूरी हो जाएगी। 16 मई की दोपहर तक यह साफ हो जाएगा कि 16 वीं लोकसभा में कौन मुख्य प्लेयर होगा।
इवीएम को वरिष्ठ चुनाव अधिकारियों और उम्मीदवारों के गणना एजेंटों की मौजूदगी में चालू किया जाता है और प्रत्येक मशीन से परिणाम हासिल करने के लिए रिजल्ट कमांड दी जाती है। इन लोकसभा चुनावों में पहली बार उपरोक्त में से कोई भी नहीं या नोटा के विकल्प को ईवीएम पर लाया गया है।
सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिए थे कि जो लोग इस विकल्प का इस्तेमाल करते हैं, उनकी गोपनीयता बरकरार रखी जाए। नोटा बटन के ईवीएम पर लगने से पहले मतदाताओं को मतदान केन्द्र पर 49 ओ फॉर्म भरना पडता था और इसमें उनकी पहचान जाहिर होने का जोखिम रहता था। जिन केंद्रों पर पेपर ट्रायल ऑडिट का इस्तेमाल हुआ है, वहां गणना एजेंट ड्रॉप बॉक्स में पड़ी पर्चियों की गणना करवा सकता है, लेकिन अंतिम गणना निर्वाचन अधिकारी द्वारा ही की जाएगी।
सभी चरणों में चुनाव मोटे तौर पर शांतिपूर्ण तरीके से ही संपन्न हो गए। हालांकि माओवादियों द्वारा अंजाम दी गई कुछ घटनाएं और कुछ चुनावी हिंसा भी देखने में आई। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनावों में सबसे ज्यादा मतदान 66.38 प्रतिशत हुआ है। इन चुनावों में लगभग 81.4 करोड़ मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
यह संख्या आम चुनावों के इतिहास में अब तक सबसे ज्यादा है। एक बार नतीजे घोषित हो जाने पर विजेता उम्मीदवारों के नाम निर्वाचन आयोग द्वारा जारी राजपत्र में प्रकाशित किए जाएंगे। राजपत्र अधिसूचना के साथ अगली लोकसभा के गठन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। चुनावी नतीजों से 8000 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होगा। इनमें नरेन्द्र मोदी,राहुल गांधी,सोनिया गांधी,अरविंद केजरीवाल,मुलायम सिंह जैसे दिग्गज शामिल है। भारतीय इतिहास में यह अब तक की सबसे बड़ी चुनावी प्रक्रिया है। एग्जिट पोल के आंकड़ों के अनुसारए भाजपा एकमात्र सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरेगी।