नई दिल्ली, 25 अक्टूबर (आईएएनएस)। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने रविवार को कहा कि भारत अफ्रीका को अपने विस्तारित पड़ोस का एक हिस्सा मानता है।
नई दिल्ली, 25 अक्टूबर (आईएएनएस)। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने रविवार को कहा कि भारत अफ्रीका को अपने विस्तारित पड़ोस का एक हिस्सा मानता है।
भारत-अफ्रीका शिखर सम्मेलन सोमवार से यहां शुरू होने जा रहा है।
भारत और अफ्रीकी देशों के बीच मित्रता के प्रतीक के तौर पर इंडिया-अफ्रीका फ्रेंडशिप रोज गार्डन का उद्धाटन करते हुए सुषमा ने कहा, “भारत अफ्रीका को अपने विस्तारित पड़ोस का एक हिस्सा समझता है। हमारा संबंध बेहद खास है, हमारी उत्पत्ति और इतिहास एक जैसा रहा है, जिसने उपनिवेशवाद के खिलाफ संघर्ष और गरीबी और निरक्षरता जैसी सामाजिक कुरितियां देखी हैं।”
मंत्री ने कहा, “हम अफ्रीका को आर्थिक वृद्धि के रास्ते पर और वैश्विक अर्थव्यवस्था के साथ उसके एकीकरण के रूप में देखना चाहते हैं।”
रोज गार्डन के महत्व के बारे में सुषमा ने कहा, “फूल प्रेम, समर्पण, दोस्त और भाईचारे का प्रतीक होते हैं। इसलिए हमने भारत-अफ्रीका की दोस्ती के प्रतीक के तौर पर रोज गार्डन बनाने का निश्चय किया। हमारी यह दोस्ती आने वाले वर्षो में इन फूलों की ही तरह फले-फूलेगी।”
सुषमा ने उस दौर को भी याद किया जब भारतीय व्यापारी हाथी दांत, सोने और बेशकीमती रत्नों की तलाश में मौसमी मानसून हवाओं का सहारा लेकर अफ्रीका के पूर्वी तटों तक की समुद्री यात्रा करते थे।
मंत्री ने कहा, “अफ्रीका से हमारी साझेदारी विशिष्ट है प्राचीन नाविकों, व्यापारियों, बुद्धिजीवियों और भिक्षुकों के माध्यम से हमारे सभ्यतामूलक संपर्क काफी प्राचीन हैं।”
सुषमा ने कहा, “एशिया में तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूप में भारत अफ्रीकी देशों के साथ आर्थिक तालमेल को महत्व दे रहा है। “
इस अवसर पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भारत और अफ्रीका उपनिवेशवाद और अन्याय के खिलाफ संघर्ष के इतिहास से जुड़े हैं।
केजरीवाल ने कहा कि शहरी विकास, यातायात, और प्रदूषण की चुनौतियों से लड़ने के लिए भारत और अफ्रीकी देशों की एक जैसी सोच है।
केजरीवाल ने कहा, “हम मिलकर इनसे मुकाबला करेंगे।”
समारोह में मैडागास्कर के विदेश मंत्री बीट्राइस जीनिन अताल्लाह, इथियोपिया की राजदूत गैनेट जेवाइड और 54 अफ्रीकी देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
सुषमा स्वराज, केजरीवाल और कूटनीतिज्ञों ने गुलाब के पौधे रोपित किए।