टोरंटो, 7 नवंबर (आईएएनएस)। हृदय रोगी सामान्य तौर पर यौन संबंध से परहेज करते हैं, लेकिन यह बस एक भ्रांति है। एक नए शोध के मुताबिक, हृदय रोगी सेक्स का आनंद बिना किसी भय के उठा सकते हैं।
हृदय रोगी व उनके साथी दोनों के मन में इस बात का भय होता है कि सेक्स के दौरान उनके साथी को दिल का दौरा पड़ सकता है और उनकी मौत भी हो सकती है।
ब्राजील के फेडरल युनिवर्सिटी ऑफ रियो ग्रैंड दो सूल के मुख्य लेखक रिकाडरे स्टेन ने कहा, “हमारे शोध से यह बात सामने आई है कि हृदय रोगियों का यह सोचना कि यौन संबंध बनाना उनके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है, केवल एक मिथक है।”
स्टेन ने उल्लेख किया, “चिकित्सकीय रूप से स्थिर करार दिए गए अधिकांश हृदय रोगियों के सेक्स के दौरान मौत का जोखिम बेहद कम होता है और दिलचस्प रूप से यह खतरा महिलाओं के लिए भी बेहद कम है।”
यौन संबंध जीवन के स्वास्थ्य संबंधी गुणवत्ता का एक प्रमुख पहलू है और इसे एक बेहतरीन कसरत माना जाता है।
अध्ययन के मुताबिक, चिकित्सकीय रूप से स्थिर वे हृदय रोगी यौन संबंध का आनंद बिना किसी भय के उठा सकते हैं, जिन्हें चिकित्सक ने कसरत वगैरह करने का परामर्श दे रखा हो।
निष्कर्ष के मुताबिक, यौन संबंध बनाने के दौरान, हृदय रोगियों को दिल के दौरे से अचानक मौत बेहद दुर्लभ है।
यह शोध कनाडा की पत्रिका ‘कार्डियोलॉजी’ में प्रकाशित हुआ है।