वाशिंगटन, 14 अप्रैल (आईएएनएस)। मंगल ग्रह सहित गहन अंतरिक्ष मिशन को अंजाम देने के लिए निर्मित हुआ पहला एक्सपेंडेबल हैबिटेट 16 अप्रैल को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र में स्थापित किया जाएगा।
एक्सपेंडेबल स्पेस हैबिटेट एक विशेष उपकरण है, जिसे वैज्ञानिकों के लिए अंतरिक्ष के वातावरण में रहने के उद्देश्य से बनाया गया है। इसे बिगेलो एक्सपेंडेबल एक्टिविटी मॉड्यूल (बीईएएम) भी कहते हैं। यह रॉकेट में कम जगह लेता है, लेकिन अनुसंधान और रहने के लिए यह अधिक जगह उपलब्ध कराता है।
अपने पहले परीक्षण में यह वैज्ञानिकों के समक्ष क्रियातंत्र, सौर विकिरण, अंतरिक्ष के मलबे और अंतरिक्ष के घटते-बढ़ते तामपान से सुरक्षित रखने की क्षमता का प्रदर्शन करेगा।
एक बार परीक्षण पूरा होने के बाद बीईएएम को अंतरिक्ष केंद्र से मुक्त कर दिया जाएगा।
बीईएएम को फ्लोरिडा स्थित केप केनवरल एयरफोर्स स्टेशन से ड्रैगन अंतरिक्ष यान द्वारा आठ अप्रैल को प्रक्षेपित किया गया था। इस बीईएएम मॉड्यूल का संकुचित आकार सात फुट व्यास और आठ फुट लंबा है, जो लगभग फैलने के बाद लगभग 10 फुट व्यास और 13 फुट लंबाई वाला हो जाएगा। मई के अंत तक यह अपने आकार को वर्तमान आकार से पांच गुना अधिक विस्तारित कर लेगा।
इसके दो साल के मिशन के तहत, खगोलीय वैज्ञानिक इस मॉड्यूल के अंदर एक साल में कुछ घंटों के लिए रहेंगे और सेंसट डेटा की पुनप्र्राप्ति तथा स्थितियों का आकलन करेंगे।
इस अभियान के तहत वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि वह अंतरिक्ष में पहली बार विस्तारपूर्वक निवास करते हुए अनुसंधान करेंगे, जो नासा के पहले नवीनीकृत निवास स्थान के अपने पहले परीक्षण की अनुमति देगा। इस परीक्षण से वैज्ञानिकों को अंतरिक्ष के कठिन वातावरण में रहने और कार्य करने का प्रोत्साहन मिलेगा।